हेलो फ्रेंड्स, para athlete देवेंद्र झाझरिया के लिए यह गर्व का क्षण है, जिन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा और टोक्यो आगामी पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
Devendra Jhajharia
देवेंद्र झाझरिया एक भारतीय पैरालंपिक भाला फेंक खिलाड़ी हैं। वह F46 इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा करता है। वह पैरालिंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरालिंपियन हैं। अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़कर उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई करने का रास्ता साफ कर दिया। 40 साल के देवेंद्र ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय चयन ट्रायल में पुरुषों की F-4 कैटेगरी में 65.71 मीटर की दूरी हासिल की। उनका पिछला रिकॉर्ड 2016 में रियो ओलंपिक में 63.97 मीटर का था जो सीधे तौर पर खुद ही टूट जाता है।
Indian Athletics
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया भारत में एथलेटिक्स में सर्वोच्च निकाय है और देश में प्रतियोगिताओं के संचालन के लिए जिम्मेदार है। प्रत्येक खेल में हजारों athletic supporter होते हैं। यह सभी भारतीयों के लिए बहुत खुशी और गर्व का क्षण है जब शानदार जीत के बाद athletic pictures वायरल होती हैं।
एमेच्योर Athletic Federation of India पिछला नाम था। यह एशियन एथलेटिक्स एसोसिएशन और वर्ल्ड एथलेटिक्स दोनों से जुड़ा हुआ है।
Para Athlete Training
इस उपलब्धि का श्रेय देवेंद्र अपने fitness trainer लक्ष्य बत्रा और कोच सुनील तंवर को देते हैं। उनका पहला गोल्ड 2006 में जबकि दूसरा 2016 रियो ओलंपिक में था। इस जीत के बाद वह टोक्यो पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के प्रबल दावेदार हैं।
इस शानदार प्रदर्शन से राजस्थान के हमारे para athlete ने एक और उपलब्धि हासिल की है। वह 68 मीटर के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने को तैयार है। उन्होंने कहा, “मैं अपना खुद का विश्व रिकॉर्ड फिर से तोड़ना चाहता हूं और देश के लिए gold medal जीतना चाहता हूं।” हम सभी उन्हें उनके आगामी प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हैं और भारतीय होने पर हम सभी को गौरवान्वित करते रहते हैं।